10/06/2020
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (UP) के बागपत स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कार्यरत शिक्षिका अनामिका शुक्ला के दस्तावेज का इस्तेमाल करके आठ अन्य जनपदों के स्कूलों में अन्य लोगों ने नियुक्तियां हासिल की और उन्हें 12 लाख 24 हजार 700 रुपये का भुगतान हुआ। यूबेसिक शिक्षा मंत्री सतीश द्विवेदी ने मंगलवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि बागपत के बड़ौत में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में अध्यापिका अनामिका शुक्ला के कुल 25 स्कूलों में कार्यरत होने और उन्हें एक करोड़ रुपये वेतन का भुगतान होने की बात सामने आई है। जांच में यह तथ्य सामने आया है कि अनामिका शुक्ला के दस्तावेज का इस्तेमाल करके वाराणसी, अलीगढ़, कासगंज, अमेठी, रायबरेली, प्रयागराज, सहारनपुर और अम्बेडकरनगर में अन्य जगहों पर अन्य लोगों ने नौकरी हासिल की है।
उन्होंने कहा कि हालांकि उनमें से किसी ने कहीं पर ज्वॉइन नहीं किया, कई जगहों पर नियुक्ति लेकर काम नहीं किया। कुल मिलाकर छह स्कूलों के माध्यम से अनामिका शुक्ला के दस्तावेज पर नियुक्त हुई शिक्षिकाओं को 12 लाख 24 हजार 700 रुपये का भुगतान हुआ है। द्विवेदी ने बताया कि इस मामले की अभी तक की जांच में यह स्थिति आई है। कहीं और अनामिका शुक्ला के नाम पर नौकरी हासिल किये जाने की जानकारी अभी नहीं मिली है। कासगंज में पुलिस ने एक शिक्षिका को गिरफ्तार किया है, मगर असल अनामिका शुक्ला अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर है। मंत्री ने कहा कि सरकार इस पूरे मामले की गहराई से जांच करायेगी और जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।