अपने बयानों से सुर्खियों में रहे AIMIM मुखिया ओवैसी का हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 अगस्त को राम मंदिर पूजा मे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाग लेना संविधान की शपथ का उल्लंघन बताया। ओवैसी ने कहा कि प्रधानमंत्री का राम मंदिर पूजा के कार्यक्रम में भाग लेने से देश की जनता में यह संदेश जाएगा कि वह एक फेथ
को मानते हैं। धर्मनिरपेक्षता हमारे संविधान के मूल ढांचे का हिस्सा है।
याद रहे कि नरेंद्र मोदी इससे पूर्व गुजरात में खोजो-बोरो के साथ इमाम हुसैन का मातम पढ़ते एक वीडियो में देखे गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को अजमेर शरीफ की दरगाह पर उर्स के मौके पर हर वर्ष की भांति चादर भेजते हुए देखा गया है। यह नहीं कहा जा सकता कि देश का प्रधानमंत्री धर्मनिरपेक्ष नहीं है प्रधानमंत्री ने शपथ लेते हुए कहा था कि” सबका साथ सबका विकास “जिस पर वह अभी तक वचनबद्ध है।