एक-एक सांस के लिए तड़प रहे मरीजों को शहर का एक युवा अपने साथियों के साथ प्राण वायु मुहैया करा रहा है। न सिर्फ फैक्टरी की कीमत पर ऑक्सीजन सिलेंडर रीफिलिंग में मदद कर रहा है बल्कि जरूरत पड़ने पर खुद ऑक्सीजन सिलेंडर घर भी पहुंचा रहा है। पिछले चार दिन में 280 ऑक्सीजन सिलेंडर रीफिलिंग कराकर परिवारों को नई जिंदगी दी है। सुबह सात बजे हो या फिर रात में तीन, हर समय ये युवा सिलेंडर की व्यवस्था कराने को मुस्तैद हैं।
रामादेवी के रहने वाले सौरभ तिवारी पेशे से मेडिकल रीप्रजेंटेटिव (एमआर) हैं। पिता संतोष कुमार तिवारी की आलू आढ़त है। सौरभ को बचपन से ही समाज सेवा का शौक है। तभी नौकरी के साथ पिछले कई वर्षों से अक्षर नाम से एक एनजीओ चलाते हैं, जो स्लम एरिया में बच्चों को पढ़ाता है। कोरोना काल में उन्होंने इस कार्य को पूरी तरह बंद कर दिया है।