शिया हेल्पलाइन पर सवाल-जवाब,प्रश्न-कोरोना के कारण सोशल डिस्टेंसिंग के लिए दो मीटर की दूरी से क्या नमाज़े जमाअत अदा की जा सकती है?

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    2 रमजान 15 अप्रैल 2021

    कार्यालय आयतुल्लाह अल उज़मा सैयद सादिक़ हुसैनी षीराज़ी से जारी हेल्प लाइन पर नीचे दिए गये प्रष्नो के उत्तर मौलाना सैयद सैफ अब्बास नक़वी ने दिए-
    नोट- महिलाओं के लिए हेल्प लाइन षुरू की गयी है जिस मे महिलाओं केप्रष्नों के उत्तर खातून आलेमा देेगीं इस लिए महिलाओं इस न0 पर संपर्क करें। न0 6386897124
    षिया हेल्प लाइन में तमाम मराजए के मुकल्लदीन के दीनी मसायल जानने के लिए स्ुाबह 10 -12 बजे तक 9415580936- 9839097407 इस नम्बर पर संपर्क करें। एवं ईमेलः उंेंमस786/हउंपसण्बवउ पर संपर्क करें।

     

    प्रश्न-कोरोना के कारण सोशल डिस्टेंसिंग के लिए दो मीटर की दूरी से क्या नमाज़े जमाअत अदा की जा सकती है?
    उत्तर-दो नमाज़ियों के बीच लगभग एक मीटर की दूरी होनी चाहिए।
    प्रश्न-यदि किसी व्यक्ति को किसी प्रकार की बीमारी नहीं है, लेकिन अपनी कमजोरी या बुढ़ापे के कारण वह रोज़ा नहीं रख सकता है, तो उसके लिए क्या कफफारा अनिवार्य है?
    उत्तर-यदि कमजोरी या बुढ़ापे के कारण किसी के लिए रोज़ा रखना मुशकिल है, तो उसके लिए कफफारा अनिवार्य नहीं होगा।
    प्रश्न-क्या तक़लीद प्रत्येक व्यक्ति पर अनिवार्य है?
    उत्तर-तकलीद हर बालिग और समझदार व्यक्ति पर अनिवार्य है। यह तब है, जब लड़का 15 साल का और लड़की 9 साल हो जाए है।
    प्रश्न-युवा व्यक्ति के लिए टैटू बनवाना कैसा होता है?
    उत्तर-मुस्लिम युवाओं के लिए यह टैटू बनवाना सही नहीं है क्योंकि वज़ू और गुस्ल में रूकावट बनता है।
    प्रश्न-यदि कोई महिला अपने बच्चे को स्तनपान कराती है, और वह रोज़ा नहीं रखती है तो क्या उसको कफफारा देना होगा ै?
    उत्तर-यदि स्तनपान कराने वाली महिला रोज़ा नहीं रखती है, तो उसे कफफारा नही देना होग बलकि उसे फिदया देना होगा।

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