जहां एक तरफ पानी जिंदगी के लिए बहुत जरूरी है वहीं दूसरी तरफ इस जरूरत के लिए इंसानों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सामाजिक संस्थाएं जगह-जगह पानी के लिए टंकी मुहय्या करा रही है वहीं एक ऐसा नजारा भी देखने को मिला कि जहां बालागंज के ठाकुर रोशन सिंह कॉन्प्लेक्स में एक हैंडपंप जो काफी अर्से से बेकार पड़ा हुआ है और नगर निगम में इसकी सुध नहीं ले रहा है और हद तो यह हो गई कि इस हैंडपंप का इस्तेमाल जिओ सिम बेचने के लिए छाता और कैनोपी लगाने के लिए हो रहा है। बालागंज चौराहा एक ऐसा क्षेत्र है जहां सुबह हजारों की तादाद में मजदूर वर्ग अपने रोजगार की तलाश में खड़ा रहता है इसके अलावा सैकड़ों ठेले वाले चार पैसा कमाने के लिए मेहनत मजदूरी करते हैं ऐसे में गर्मी के सीजन में लोगों को अपनी प्यास बुझाने के लिए पानी की जरूरत पड़ेगी लेकिन नगर निगम का ध्यान इस तरफ नहीं है।
शहर प्रशासन और नगर निगम क्या कर रहा है यह समझ से परे या तो एक तरफ पूरा लखनऊ चाहे मेन रोड हो जाए गलियां हो चाहे मोहल्ले हर तरफ से सड़कें खुदी हुई हैं। हैंडपंप खराब हैं। नालियों की स्थिति खराब है। नगर निगम को इस विषय में ध्यान देना चाहिए और उचित कार्रवाई करनी चाहिए