एक तरफ जहां पूरे देश में सांप्रदायिक सौहार्द को खराब करने की कोशिश की जा रही है और धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा दिया जा रहा है वही ऐसे खतरनाक समय में एक बेहतरीन मिसाल देखने को मिली। सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल।
मेरठ के स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय के संस्थापक डॉ. अतुल कृष्ण बौद्ध ने दोस्ती और सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश की है। उन्होंने अपने दोस्त और सुभारती विवि में विभिन्न कमेटियों के चेयरमैन डॉ. एसडी खान की सुपुत्री डॉ. महविश सलीम का कन्यादान करने के साथ ही शादी को मुस्लिम रीतिरिवाज के मुताबिक पूरा कराया और ससम्मान विदा कर अपना दायित्व निभाया। इस दायित्व को निभाते हुए उन्होंने पूरे देश को मानवता का पाठ भी पढ़ा दिया।
दरअसल डॉ. महविश की शादी सहारनपुर निवासी डॉ. मुकीम पुत्र स्व. मो. हलीम खान से तय हुई थी। शादी से कुछ दिन पूर्व डॉ. खान बीमार हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। जिससे वह शादी में शामिल नहीं हो सके। इससे परिवार में मायूसी छा गई। वहीं, डॉ. अतुल कृष्ण ने डॉ. महविश की शादी अपनी देखरेख में संपन्न कराई। निकाह शहर काजी प्रो. जैनुस राशीदीन ने पढ़ाया।
इस मौके पर प्रसन्न चित्त मुद्रा में नजर आए डॉ. अतुल कृष्ण ने कहा कि बेटी हमेशा पूजनीय होती है और अल्लाह की तरफ से रहमत होती है। मित्र होने के नाते एवं सामाजिक दायित्व के रूप में बेटी की विदाई करना उनका कर्तव्य था, जो उन्होंने पूरा किया।