20 मई 2020
लखनऊ। कोरोना संकट के कारण देश भर में लॉकडाउन जारी है। लॉकडाउन के कारण तमाम फैक्ट्रियों और उद्योग धंधों पर काफी असर पड़ा है। नतीजन सरकार के खजाने पर भी इसका बड़ा असर पड़ा है। इस आपात स्थिति से निपटने के लिए योगी सरकार ने अपने खर्च में बड़ी कटौती शुरू कर दी है। इसके तहत अफसरों के हवाईजहाज में एक्सीक्यूटिव क्लास और बिजनेस क्लास में चलने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। यही नहीं तमाम विभागों में ऐसे पदों की खोज शुरू हो गई है जो खत्म किया जाएगा। वित्त विभाग की तरफ से ऐसे पदों पर तैनात लोगों को अन्य जगह समायोजित किए जाने की तैयारी है।
यूपी के अपर मुख्य सचिव, वित्त विभाग संजीव मित्तल की तरफ से प्रदेश के सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों में कहा गया है कि प्रदेश में लॉकडाउन घोषित होने से सरकार के राजस्व में अप्रत्याशित कमी आई है। कोरोना महामारी की रोकथाम और जनहित के अन्य कार्यों के लिए संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। इस स्थिति में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
यूपी के अपर मुख्य सचिव, वित्त विभाग संजीव मित्तल की तरफ से प्रदेश के सभी अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, सचिव और सभी विभागाध्यक्षों को निर्देश जारी किए हैं। इन निर्देशों में कहा गया है कि प्रदेश में लॉकडाउन घोषित होने से सरकार के राजस्व में अप्रत्याशित कमी आई है। कोरोना महामारी की रोकथाम और जनहित के अन्य कार्यों के लिए संसाधनों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। इस स्थिति में वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।