लखनऊ 11 अप्रैल 2020 इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मानद प्रोफेसर, आईएमए की केंद्रीय परिषद के सदस्य, केजीएमयू के पल्मोनरी विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो सूर्यकांत ने कोरोना वायरस से बचाव के तरीकों पर चर्चा के दौरान कहा आजकल के दूषित वातावरण को देखते हुए मैंने हमेशा से ही मरीजों को यह सलाह दी है कि वह अपने रुमाल अंगोछा या दुपट्टे को मास्क बनाकर अपने मुंह, नाक और कान को ढक कर रखें, ताकि वायु जनित रोगों से बचा जा सके। आज कोरोनावायरस के संक्रमण से बचने के लिए भी लोग मास्क को लेकर बहुत परेशान हैं ,जबकि मास्क डिस्पोजेबल होते है ।ज्यादातर मास्क एक बार ही प्रयोग किये जा सकते हैं। ऐसे में रूमाल, अंगोछे, या दुपट्टे का प्रयोग करके कोरोना वायरस के संक्रमण से बचा जा सकता है। प्रोफेसर सूर्यकांत के अनुसार सामान्य जीवन में भी घर के बाहर प्रदूषण एवं अनेकानेक वायु जनित बीमारियों को देखते हुए अपने चेहरे को ढक कर रखना हितकर है। ज्ञात हो मास्क के अभाव में दुपट्टा, अंगोछा या रुमाल के प्रयोग की सलाह जो कि विगत कई वर्षों से प्रोफेसर सूर्यकांत द्वारा दी जा रही है , वर्तमान समय में मुख्य स्वास्थ्य संगठनों एवं सरकारों द्वारा भी अपनी एडवाइजरी में इस बात को शामिल करते हुए उचित सावधानियां बरतने की सलाह दी जा रही है।