उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के खैराबाद में एक ऐतिहासिक इमामबाड़े की इमारत पर बुलडोजर चलते हुए तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई है, यह घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है या कार्य जब भी हुआ हो हम इसकी निंदा करते हैं। यह इमामबाड़ा केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि एक ऐतिहासिक धरोहर है और ऐतिहासिक धरोहर का संरक्षण किया जाना चाहिए परंतु इसको संरक्षित करने के बजाए धाराशाही किया जा रहा है जोकि अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण वह निंदनीय है। यह शानदार इमारत बदहाली तक कैसे पहुंची यह बात उन सभी महकमों की कार्यप्रणाली पर एक प्रश्न चिन्ह है जिन पर इस इमारत की देखरेख की जिम्मेदारी रही है । क्योंकि इमारत एक अल्पसंख्यक समुदाय की धार्मिक इमारत है इसलिए इसका इस तरह धराशाई किया जाना उस अल्पसंख्यक समाज में अविश्वसनीयता और बेचैनी पैदा कर रहा है । वह सभी लोग जो देश की ऐतिहासिक धरोहर ओं से प्रेम करते हैं किसी भी धर्म के मानने वाले हो वह इस कृत्य को कभी पसंद नहीं करेंगे।