लखनऊ : सरकार की मनाही के बावजूद तमाम प्राइवेट स्कूल कोरोना काल में अभिभावकों से फीस के नाम पर अवैध उगाही से बाज नहीं आ रहे हैं। पिछले कई महीनों से स्कूल बंद हैं, फिलहाल ऑनलाइन ही शिक्षण कार्य चल रहा है। लेकिन निजी स्कूल अभिभावकों से शिक्षण के अलावा अन्य तमाम तरह के शुल्क जोड़कर मोटी फीस जमा करने का दबाव बना रहे हैं
लखनऊ-हरदोई रोड स्थित आम्रपाली योजना में लखनऊ पब्लिक स्कूल की ऐसी ही उगाही के खिलाफ तमाम अभिभावक स्कूल परिसर में ही एक दिन के उपवास पर बैठे गए हैं। लखनऊ अभिभावक संघ के बैनर तले चल रहे सांकेतिक विरोध प्रदर्शन में तमाम अभिभावकों ने स्कूल पर मनमानी उगाही करने का आरोप लगाते उपवास रखा है
अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन से अपील की है कि ‘शिक्षण शुल्क जमा करें…बाकी शुल्क क्षमा करें।’ एक दिवसीय उपवास में लखनऊ अभिभावक संघ के एसएन सिंह, विनीत शुक्ला (बीनू), महेन्द्र सिंह, अजीत सिंह, अधिवक्ता अरुण कुमार मिश्रा, विनोद कुमार दूबे, कृष्ण कुमार सोनी सहित तमाम अभिभावक शामिल हैं
कोविड-19 और फिर लाॅकडाउन के कारण लोगों की नौकरियां और कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। बहुत सी कंपनियों और संस्थानों में सैलरी में कटौती कर दी गयी है। लोग भयंकर आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। जिसके चलते निजी स्कूलों में पढ़ रहे अपने बच्चों की भारी-भरकम फीस जमा करने पाने में असमर्थ हैं। प्रदेश सरकार और लखनऊ जिला प्रशासन ने स्कूलों से फीस में छूट देने का निर्देश दे रखा है। लेकिन निजी स्कूल लगातार अभिभावकों को सभी शुल्क के साथ मोटी फीस जमा करने के लिए दबाव बना रहे हैं