कोविड-19 यानी कोरोनावायरस एक महामारी के रूप में पूरे भारत में अपना पैर पसार चुका है इस संबंध में केंद्र और राज्य सरकार निरंतर प्रतिदिन गाइडलाइंस जारी कर रही है बार-बार इस बात को कहा जा रहा है कि बहुत आवश्यक होने पर ही घर से निकले लेकिन इसके बावजूद लोग सड़कों पर दिखाई दे रहे हैं यह उनकी मजबूरी है क्योंकि रोजी-रोटी और पेट पालना उनके सामने सबसे बड़ा चैलेंज है वहीं लखनऊ के एरा मेडिकल यूनिवर्सिटी में कोविड-19 वार्ड बन जाने से सरफराजगंज निवासियों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है वहां की जनता में डर और खौफ बैठ गया है क्योंकि प्राप्त सूचना के अनुसार एरा चिकित्सा विश्वविद्यालय में लगभग 400 कोविड-19 के मरीज भर्ती हैं जिसमें से काफी संख्या में लोग वेंटिलेटर पर भी हैं तथा पिछले कुछ दिनों में 6 लोगों की मौतें भी हो चुकी है वहां की जनता को शिकायत है कि कोविड-19 के जो मरीज ऐरा अस्पताल में भर्ती होने आते हैं उनके तीमारदार पूरे मोहल्ले में घूमते रहते हैं जाहिर है इस दौरान खाना, छींकना और थूकना यह गतिविधियां भी होती रहती हैं। इससे सरफराजगंज में रहने वाले परिवारों में डर व्याप्त है उनका कहना है कि हमारे घरों में छोटे-छोटे बच्चे हैं हम लोग कहां जाएं उनकी मांग है कि सरकार इस पर ध्यान दे। सरफराजगंज मोहल्ले की सरफराजगंज रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी ने भी इस बारे में वक्तव्य जारी किया है और लोगों को सचेत किया है कि बहुत आवश्यक होने पर ही घर से निकले अन्यथा अपने घर में रहे।