रामपुर में अवैध संपत्तियों को कब्जाने के आरोप में सपा के वरिष्ठ नेता आज़म ख़ान, माफिया मुख्तार अंसारी के बाद प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार अपराधी और माफिया अतीक अहमद पर सख्त हो गई है. अनलॉक-1 के शुरू होते ही योगी आदित्यनाथ ने पुलिस को माफियाओं, अपराधियों की धड़पकड़ करने के लिए अभियान चलाने के निर्देश दिए थे. इसी क्रम में तेजी दिखाते हुए पुलिस ने तीन साल से फरार चल रहे अतीक अहमद के छोटे भाई और पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ को 3 जुलाई को गिरफ्तार कर लिया. अशरफ पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था. बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड के मामले में भी सीबीआइ कोर्ट से अशरफ के खिलाफ वारंट जारी हुआ था. अशरफ आइएस-227 गैंग का सदस्य है जिसका लीडर उसका भाई अतीक अहमद है. अतीक इस समय गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद है. पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया.
पुलिस अतीक अहमद गैंग पर शिकंजा कसने के लिए इसके सदस्यों की फिर से कुंडली तैयार कर रही है. इस बार डोजियर में अपराधियों और माफियाओं की संपत्ति का ब्योरा भी जुटाया जा रहा है. डोजियर में अपराधी के बारे में जानकारी के अलावा उनके परिवार के सदस्यों की संख्या, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, पैन कार्ड, जमानतदार, वर्तमान स्थिति, किसी वकील ने जमानत कराई यह सारी जानकारी जुटाई जा रही है. इसके लिए प्रयागराज में तैनात सीओ सिविल ने संबंधित विभागों को पत्र लिखकर जानकारी मांगी है. पूर्व सांसद अतीक अहमद और पूर्व विधायक अशरफ के बैंक खातों को भी खंगाला जा रहा है.